जेल में नहीं थम रहा बंदियों के पास फोन व सिम कार्ड मिलने का सिलसिला

जेल में नहीं थम रहा बंदियों के पास फोन व सिम कार्ड मिलने का सिलसिला
सजायाफ्ता कैदी के पास फिर मिला मोबाइल फोन व सिमकार्ड
अजमेर,(असं.-सरेराह)। केन्द्रीय कारागृह अजमेर में बंदियों के पास मोबाइल फोन और सिमकार्ड सहित अन्य अवांछित वस्तुएं पहुंचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सेंट्रल जेल में तलाश के दौरान एक सजायाफ्ता बंदी के पास से एक बार फिर मोबाइल फोन और सिमकार्ड मिला है, जेल प्रशासन उस आरोपी बंदी के खिलाफ सिविल लाइन थाने पर कारागृह अधिनियम की धारा 42 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो सेंट्रल जेल में जेल प्रहरी के पद पर तैनात गणेशराम पुत्र घीसालाल जाट की शिकायत पर जेल में बंदी अकरम पुत्र सदीक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, शिकायत में बताया है कि कैदी अकरम के पास से तलाशी के दौरान एक मोबाइल फोन और एक सिमकार्ड बरामद हुआ है। 
सात साल की सजा
जेल सूत्रों ने बताया कि जेल में बंद अकरम को दो आपराधिक मामलों में सात सात साल की सजा सुनाई गई थी, जिसके तहत वह जेल में सजा भुगत रहा है। गौरतलब है कि जेल में बंद बंदियों तक मोबाइल फोन, सिमकार्ड, मोबाईल फोन चार्जर सहित अन्य अवांछित सामग्री पहुंचाई जाती है तथा उक्त अवांछित वस्तुए बंदियों के पास कैसे और किस के द्वारा पहुंचाई जाती है। 
इसका खुलासा आज तक नहीं हो सका है। इसके अलावा आज तक यह बात किसी के समझ नहीं आ रही है कि जेल में हाई पावर के जैमर लगा दिए जाने के बाद भी बंदी जेल के अन्दर मोबाइल फोन से बाहर अपने बदमाश साथियों से बातचीत करके अपराध संचालित करते हैं, वहीं जेल के बाहर आसपास सरकारी कार्यालयों के फोन जेल में जैमर लगा होने से प्रभावित होते रहते हैं।