17 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना 

17 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना 
जयपुर,(असं.-सरेराह)। उत्तर भारत में एक बार फिर मौसम ने करवट मार ली है। राजस्थान में जयपुर, भरतपुर और धौलपुर सहित कई जिलों में आज सुबह बारिश हुई। बादल छाए रहने और बरसात होने से सर्दी बढ़ गई है। राजधानी जयपुर में बुधवार के बाद आज भी सुबह से ही बादल छाए रहे। इसी बची ठंडी हवाओं और बारिश ने सर्दी के असर को और बढ़ा दिया। मौसम विभाग ने राज्य में कहीं कहीं मेघगर्जन के साथ वज्रपात और ओलावृष्टि होने के आसार जताए हैं। पूर्वी राजस्थान में जयपुर, अलवर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा, बांरा, झालावाड़, चित्तौडगढ़़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा में कहीं कहीं बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। पश्चिमी राजस्थान में चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और नागौर पर घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान जताया है। बुधवार को राज्य में बूंदी के जजावर कस्बे के साथ अन्य स्थानों पर मावठ की तेज बारिश हुई। भरतपुर में ओले गिरे। मावठ गिरने के चलते सर्दी की तल्खी में तेजी आई। बारां में सुबह से छाए बादल दोपहर को बरसे। यहां हल्की बारिश हुई। जैसलमेर के मोहनगढ़ क्षेत्र में सुबह घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की दृश्यता कम रही। कोहरे की वजह से पेड़ पौधों से पानी टपकता नजर आया। वहीं टीन शेड व छप्परों से भी पानी बूंदे टपकती नजर आई। घने कोहरे के चलते सुबह के समय वाहनों को चलाते समय हेड लाइट का प्रयोग करना पड़ा। कड़ाके की ठंडक के चलते लोग घरों में दुबके नजर आए। कई स्थानों पर बादलों और सूर्यदेव के बीच लुकाछिपी का खेल भी चलता रहा। करौली में विभिन्न स्थानों पर सर्द हवाओं के बाद बारिश हुई। मावठ होने और सर्द हवाओं से सर्दी के तेवर और तल्ख हो गए। लोग अलाव जलाकर सर्दी से बचने का जतन करते नजर आए। कई स्थानों पर बारिश ने शादी समारोह की तैयारियों में खलल डाला। झालावाड़ के भीमसागर में मावठ की तेज बरसात हुई।