संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में मास्क की कमी?


दवा काउंटरों पर फार्मासिस्ट बगैर मास्क मौजूद
अजमेर,(असं.-सरेराह)। राजस्थान सहित पूरे देश और विश्व में कोरोना वायरस के कारण महामारी घोषित कर दी गई है और देश में इस वायरस से बचने के लिए लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है, वहीं देश और राज्यों की सरकार में बैठे जनप्रतिधि, सामाजिक और धार्मिक संगठन, चिकित्सा महकमा इस वायरस से बचने के लिए लोगों को जागरुक करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, दूसरी ओर राज्य के सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए सेनेटाइजर सहित अन्य जरूरी कैमिकल का छिड़काव लगातार व नियमित कराया जा रहा है, परन्तु अजमेर सम्भाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में काम करने वाले सरकारी चिकित्सकों, रेजीडेंट चिकित्सकों, लैब तकनीशियनों, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों सहित नि:शुल्क दवा काउंटरों पर लगे फार्मासिस्टों को रोग से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में मुंह पर लगाने वाला मास्क उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिसके चलते गुरुवार सुबह अस्पताल की केज्युअल्टी के नि:शुल्क दवा काउंटर संख्या 117 पर लगे दवा वितरण करने वाले संविदा कर्मचारी बगैर मास्क के दिखाई दिए।
मास्क की कमी?
इस मामले में जब 117 दवा काउंटर पर कार्यरत संविदाकर्मी से मास्क नहीं लगाने का कारण पूछा तो उसने तपाक से कहा कि मास्क उनको उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं, वहीं कुछ स्थाई कर्मचारियों ने दबी जुबान में बताया कि अस्पताल में मास्क की कमी चल रही है।
मास्क की कमी नहीं- डॉक्टर जैन
अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर अनिल जैन से जब अस्पताल में मास्क की कमी के विषय में जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में मास्क की कमी नहीं है, अकेले केज्युअल्टी के लिए तीन हजार मास्क दे रखे हैं, उन्होंने कहा कि केज्यूअल्टी के स्टोरकीपर से इस बाबत बात की जाएगी कि वे नियमित मास्क वितरित कर रहे हैं या नहीं, यदि मास्क वितरण में लापरवाही सामने आएगी तो कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।